भारत में लाखों लोग आज भी आयुष्मान कार्ड और ABHA कार्ड को एक जैसा समझते हैं, लेकिन असल में दोनों का मकसद, उपयोग और लाभ बिल्कुल अलग है. आयुष्मान भारत कार्ड यानी Ayushman Card एक हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम का हिस्सा है जो जरूरत के समय मुफ्त इलाज का लाभ देता है. इसके तहत सालाना 5 लाख रुपये तक का कैशलेस इलाज देश के किसी भी सरकारी या निजी अस्पताल में किया जा सकता है. वहीं ABHA कार्ड सिर्फ एक डिजिटल हेल्थ आईडी है, जो आपके हेल्थ रिकॉर्ड को ऑनलाइन स्टोर और ट्रैक करने के लिए बनाया गया है. यह इलाज के खर्च को कवर नहीं करता है, लेकिन इलाज के दौरान डॉक्टरों को मरीज की हेल्थ हिस्ट्री समझने में मदद करता है।
आयुष्मान कार्ड क्या करता है?
आयुष्मान कार्ड, जिसे प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत शुरू किया गया है, देश के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को मुफ्त और कैशलेस इलाज की सुविधा प्रदान करता है. इस कार्ड के जरिए एक परिवार में जितने भी सदस्य हैं, सभी को सालाना 5 लाख रुपये तक का इलाज कवर मिलता है. इसमें अस्पताल में भर्ती होने से तीन दिन पहले और छुट्टी के 15 दिन बाद तक के खर्च भी शामिल रहते हैं. यह कार्ड न सिर्फ सरकारी बल्कि निजी अस्पतालों में भी मान्य है और पहले से मौजूद बीमारियों को भी कवर करता है, जो इसे खास बनाता है।
ABHA कार्ड किस काम आता है?
ABHA कार्ड यानी आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट कार्ड, एक डिजिटल हेल्थ आइडेंटिटी है जिसे भारत सरकार ने 2021 में शुरू किया था. इस कार्ड का उद्देश्य देश के हर नागरिक का डिजिटल हेल्थ रिकॉर्ड तैयार करना है जिसमें डॉक्टर की रिपोर्ट्स, टेस्ट रिजल्ट्स, मेडिकल हिस्ट्री, दवाइयों की जानकारी जैसी सभी जानकारियां शामिल होती हैं. ABHA कार्ड से स्वास्थ्य सेवाएं ज्यादा पारदर्शी और सुगम बनती हैं, क्योंकि डॉक्टर बिना समय गंवाए मरीज की हेल्थ हिस्ट्री को एक्सेस कर सकते हैं और तुरंत सही इलाज शुरू कर सकते हैं. यह कार्ड वेब और मोबाइल बेस्ड टेलीमेडिसिन सेवाओं से भी जोड़ा जा रहा है।
दोनों कार्ड में सबसे बड़ा फर्क
अगर आप सोच रहे हैं कि दोनों कार्ड में आपको कौन सा पहले बनवाना चाहिए, तो इसका सीधा जवाब यह है कि दोनों का उद्देश्य अलग है. आयुष्मान कार्ड एक तरह का हेल्थ इंश्योरेंस कार्ड है जो गरीब परिवारों को मुफ्त इलाज का हक देता है. वहीं ABHA कार्ड एक डिजिटल हेल्थ प्रोफाइल है जिसे कोई भी नागरिक बना सकता है, चाहे वह किसी भी आर्थिक वर्ग से हो. आयुष्मान कार्ड से खर्चों की भरपाई होती है, जबकि ABHA कार्ड से हेल्थ डेटा को बेहतर तरीके से संभाला जाता है. यानी एक इलाज का खर्च उठाता है और दूसरा इलाज को स्मार्ट बनाता है।
जल्द ही Google Wallet में ABHA कार्ड
ABHA कार्ड को अब और भी ज्यादा डिजिटल और सुविधाजनक बनाने की दिशा में कदम बढ़ाए गए हैं. Google ने अपने एक ब्लॉग पोस्ट में यह साफ किया है कि 2025 से ABHA कार्ड को Google Wallet में इंटीग्रेट किया जाएगा. इसका मतलब है कि अब आप अपने मोबाइल में ही ABHA कार्ड को स्टोर कर पाएंगे और जरूरत के वक्त तुरंत डॉक्टर को दिखा पाएंगे. इस सुविधा से न सिर्फ मरीजों को बल्कि डॉक्टरों को भी समय पर बेहतर इलाज करने में आसानी होगी।
दोनों कार्ड बनवाना क्यों फायदेमंद है?
यदि आप सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ लेना चाहते हैं और अपने मेडिकल रिकॉर्ड को सुरक्षित और डिजिटल रखना चाहते हैं तो आपको दोनों कार्ड जरूर बनवाने चाहिए. आयुष्मान कार्ड आपको आर्थिक सुरक्षा देता है, जबकि ABHA कार्ड आपको मेडिकल इतिहास को सुरक्षित रखने की सुविधा देता है. दोनों कार्ड मिलकर आपके हेल्थकेयर अनुभव को बेहतर, स्मार्ट और ज्यादा भरोसेमंद बनाते हैं।